जरुरी तो नहीं हर चाहत का मतलब इश्क हो
कभी कभी कुछ अनजान रिश्तों के लिए भी दिल बेचैन हो
जाता है..!!
कुछ तुम को भी अजीज़ हैं अपने सभी उसूल
कुछ हम भी इत्तेफाक से ज़िद के मरीज़ हैं...
अखबार के किसी पन्ने पर तुम्हारा जिक्र तक नहीं..
लोग यूँ हीं कहतें हैं, दुनियाभर की ख़बरें आतीं हैं इसमें..।।
तुमसे बिछड़ा तो पसन्द आ गयी बेतरतीबी,
इससे पहले मेरा कमरा भी ग़ज़ल जैसा था!